इंदौर की कृति कोठारी ने दीक्षा महोत्सव की पहली कुमकुम पत्रिका लिखी तीर्थंकर के नाम
जानकी नगर में रहने वाली उच्च शिक्षित 27 वर्षीय कृति कोठारी त्याग, संयम एवं वैराग्य की राह पर चलने के लिए तत्पर हो चुकी हैं। वे 21 फरवरी को एयरपोर्ट रोड स्थित महावीर बाग में आयोजित एक समारोह में जैन धर्म की दीक्षा ग्रहण करेंगी। दीक्षा गच्छाधिपति आचार्य मणिप्रभसागर महाराज प्रदान करेंगे। इसके पहले बुधवार को जानकी नगर स्थित उपाश्रय में दीक्षार्थी ने महोत्सव की पहली कुमकुम पत्रिका तीर्थंकर के नाम लिखी। इसकी शुरुआत साध्वी विरलप्रभा श्रीजी एवं विपुलप्रभा श्रीजी के सान्निध्य में हुई।
इसके बाद जानकी नगर सकल संघ एवं दीक्षार्थियों के स्वजन ने 21 वरिष्ठ श्रावकों के साथ भगवान के नाम की पत्रिका लिखकर उन्हें अर्पण की। इस मौके पर समाज की युवतियों और बालिकाओं ने भजनों पर नृत्य प्रस्तुत कर अपनी खुशियां भी व्यक्त की। महोत्सव समिति के प्रचार प्रमुख नवीन जैन ने बताया कि बुधवार सुबह दीक्षार्थी का जानकी नगर एक्सटेंशन स्थित निवास से सामैया भी निकाला गया। इसमें दीक्षार्थी बहन एक कार पर नृत्य करते हुए सवार होकर जानकी नगर उपाश्रय पहुंचीं। समाज के अनेक भाई-बहन इस सामैया में परंपरागत वेशभूषा में शामिल थे। उपाश्रय में कुमकुम पत्रिका लेखन में आए वरिष्ठ श्रावकों ने चुनरी-जरी वाले साफे पहने हुए थे। इसके साथ ही 11 दिवसीय दीक्षा महोत्सव की शुरुआत हो गई है। दीक्षा का मुख्य महोत्सव महावीर बाग में 21 फरवरी को आयोजित होगा, जिसमें देशभर के समाज बंधु एवं अनेक साधु, साध्वी, भगवंत शामिल होंगे। इस मौके पर अनिल चौरड़िया एवं संजय कटारिया उपस्थित थे। संचालन दिनेश डोसी ने किया। आभार अध्यक्ष दिलसुखराज कटारिया ने माना।
होंगे विभिन्न पूजन, केशर छींटने व हल्दी-मेहंदी की रस्म – दीक्षा महोत्सव में जानकी नगर मूर्तिपूजक संघ उपाश्रय पर 14 फरवरी को सुबह 9 बजे से पंचकल्याणक पूजा, 15 को सुबह 9 बजे से दादा गुरुदेव पूजन, 16 को सुबह 9 बजे से वर्धमान शक्रस्तवन महाभिषेक होगा। इसके बाद 17 को सुबह 9 बजे से मंगल प्रवेश, दोपहर 1 बजे 108 पार्श्वनाथ महापूजन, शाम 7 बजे आंगी दर्शन एवं सामूहिक आरती, रात 8 बजे से विराट भक्ति संध्या होगी। 18 फरवरी को सुबह 9.15 बजे गुरुदेव के प्रवचन, दोपहर 12.39 बजे से सिद्धचक्र महापूजन, शाम 7 बजे आंगी दर्शन एवं सामूहिक आरती तथा प्रभु भक्ति होगी। 19 फरवरी को सुबह 8 बजे से शोभायात्रा के बाद गुरुदेव के प्रवचन, दोपहर 1.30 बजे से केशर छींटने की रस्म के बाद हल्दी- मेहंदी, और शाम 7 बजे से आंगी दर्शन एवं सामूहिक आरती की जाएगी।