चाइल्ड हेल्पलाइन में बालिग लड़कियों की शादी रुकवाने संबंधी आ रहे हैं काल
देश में लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल किए जाने की घोषणा ने चाइल्ड लाइन का सिरदर्द बढ़ा दिया है। बीते दो माह में यहां 19 लोगों ने फोन कर बालिग लड़कियों की शादी बाल विवाह समझकर रुकवाने की सूचना दी है। मौके पर जब टीम पहुंचती है तो दस्तावेज की छानबीन के बाद लड़की बालिग निकलती है, इसके बाद श्ािकायतकर्ता को काल कर बताया जाता है कि अभी कानून लागू नहीं हुआ है, इसलिए विवाह वैध है।
चाइल्ड लाइन के मुताबिक अभी शादियों का सीजन है तो बाल विवाह की भी काफी सूचनाएं प्राप्त हो रही हैं। हाल ही में करीब आठ से 10 मामले बाल विवाह के सामने आए हैं। इस दौरान ही लोग 21 साल की उम्र की घोषणा के अनुसार शादी को बाल विवाह समझ रुकवाने के लिए काल कर रहे हैं। इस संबंध में लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि ऐसे भी कई मामले आए हैं, जिनमें लड़कियां खुद ही शादी नहीं करने के लिए चाइल्ड लाइन में अपने परिचितों से काल करवा रही हैं। मामले जिनमें टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा
केस-1
नजीराबाद क्षेत्र में एक अज्ञात व्यक्ति ने 28 जनवरी को बाल विवाह होने की सूचना दी। जब टीम जाकर लड़की की उम्र संबंधी दस्तावेज देखा गया तो इसके अनुसार लड़की की उम्र 18 साल नौ माह पाई गई। इसके बाद शादी संपन्ना हुई।
केस-2
शाहजहांनाबाद क्षेत्र की युवती ने अपनी सहेली से चाइल्ड लाइन में काल करवाकर 13 फरवरी को होने वाले शादी को रुकवाने की कोशिश की। विवाह स्थल पर पहुंचने के बाद साफ हुआ कि लड़की बालिग थी। मौके पर लड़की ने बताया कि उसे लगा था कि कानून लागू हो गया है। वह अभी पढ़ना चाहती है और शादी नहीं करना चाहती है, इसलिए काल करवाया।
केस-3
टीटी नगर थाना क्षेत्र में एक लड़की की शादी मई माह में होनी है। जनवरी में उसकी सगाई थी। एक अज्ञात व्यक्ति की सूचना पर टीम ने पता किया तो लड़की 18 साल दो माह की निकली। ऐसे में फिर से अज्ञात व्यक्ति को काल कर उसे समझाया गया कि यह शादी बाल विवाह नहीं है।
वर्जन
शादी के नए कानून को लेकर लोगों में असमंजस जैसी स्थिति है। कई लोगों को लगता है कि कानून लागू हो चुका है। ऐसे में वह बालिग लड़कियों की शादी रुकवाने में भी काल कर रहे हैं। टीम के पहुंचने पर पता चलता है कि यह बाल विवाह नहीं है। टीम लोगों को समझा रही है कि अभी यह कानून लागू नहीं हुआ है।