भोपाल के भेल कारखाने में काम करते हुए शेड से नीचे गिरा श्रमिक, मौत
भेल कारखाने में एक ठेका श्रमिक की काम करने के दौरान टीन शेड से गिरने की मौत गई। ठेका श्रमिक गुरुवार दोपहर तकरीबन ढाई बजे लेब के का शेड लगाने का काम कर रहा था। काम करने के दौरान श्रमिक जरा सी चूक होने से नीचे गिर गया। सूचना मिलते ही श्रमिका को निजी अस्पताल ले जाया गया, वहां उसे डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
भेल प्रबंधन के वरिष्ठ प्रवक्ता राघवेंद्र शुक्ल ने बताया कि मृतक तालिब खान शेड पर चढ़कर काम कर रहा था। शेड की ऊंचाई करीब 70 फीट होने से गिरने पर श्रमिक नहीं बच सका। सुरक्षा के तहत सेफ्टी बेल्ट व हेलमेट पहना था। श्रमिक शेड से गिरने के हादसे की जांच करने के लिए कमेटी का गठन किया गया है। ठेकेदार से अनुबंध के मुताबिक मृतक श्रमिक के परिजनों को आर्थिक मदद की जाएगी। इधर हादसे के बाद भेल की तीनों प्रतिनिधि यूनियनें राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस, भारतीय मजदूर संघ, आल इंडिया भेल एम्प्लोई यूनियन ने भेल प्रबंधन पर सुरक्षा मापदंडों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया है। यूनियनों के पदाधिकारियों का कहना है कि भेल प्रबंधन सुरक्षा नियमों की अनदेखी करता है। बिना सेफ्टी बेल्ट, हेलमेट पहने श्रमिकों को काम पर लगा दिया जाता है।
सूत्रों के मुताबिक श्रमिक न सेफ्टी बेल्ट पहना नहीं था। यदि सेफ्टी बेल्ट श्रमिक लगाए हुए था तो कैसे गिर गया? यूनियनों ने प्रबंधन से हादसे की ठीक से जांच कराने की मांग की है। भेल कारखाने में दो महीने पहले एक ठेका श्रमिक की काम करने के दौरान अंगुलिया कट गई थीं। साल 2017 जनवरी में पिपलानी स्थित 100 क्वार्टर निवासी ठेका श्रमिक बल्लू(40) पिता दीन भारती भेल कारखाने के ब्लाक ए में अन्य पांच से छह ठेका श्रमिकों के साथ काम कर रहा था। एक टन से ज्यादा भारी लोहे की प्लेट(जॉव)क्रेन से उठाने के दौरान अचानक क्रेन का हुक लाक खुल गया था। लोहे की प्लेट एक कोना बल्लू के सिर पर गिर गया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वह हेलमेट पहना हुआ था, लेकिन आठ से 10 फीट की ऊंचाई से लोहे की प्लेट सिर हेलमेट समेत दब गया। इससे पहले भी भेल में हादसे होते रहे हैं। भेल में सुरक्षा समिति भी है, जो सुरक्षा का ध्यान रखती है, लेकिन फिर भी हादसे हो जाते हैं।