भोपाल में 5675 सैंपल की जांच में कोरोना के 1,112 मरीज मिले, दो की मौत
शहर में कोरोना की तीसरी लहर के दौरान संक्रमण के प्रकोप से कुछ राहत मिली है। भोपाल में मंगलवार को कोरोना के 5675 सैंपल की जांच में 1112 मरीज मिले हैं। 10 दिन पहले मरीजों की संख्या 21 सौ से ऊपर पहुंच गई थी। लगातार तीन दिन तक रोज मिलने वाले मरीजों का आंकड़ा 2100 के ऊपर था। इसके बाद मरीजों की संख्या लगातार घटते हुए इस स्तर पर आई है। संक्रमण दर भी पिछले 10 दिन से 25 फीसद से ऊपर थी, जो मंगलवार को 20 फीसद पर आ गई। भोपाल में लगातार दूसरे दिन भी कोरोना से दो मरीजों की मौत हुई है।
कोरोना संक्रमण की शुरुआत से लेकर अभी तक भोपाल में एक लाख 60 हजार मरीज मिल चुके हैं। शहर में सक्रिय मरीजों की संख्या फिलहाल 10,870 है। इनमें 10,737 मरीज होम आइसोलेशन में है। बाकी का निजी और सरकारी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। भोपाल के प्रमुख सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों का कहना है कि जांच में जितने मरीज आ रहे हैं, हकीकत में मरीजों की संख्या 4 से 5 गुना ज्यादा है। दरअसल, मरीज जांच कराने के लिए ही नहीं पहुंच रहे हैं। इस कारण सही संख्या पता नहीं चल रही है।
भोपाल में 15 से 18 साल वालों को आज से स्कूलों में भी लगेगी दूसरी डोज
15 से 18 साल तक के किशोर-किशोरियों को कोरोनारोधी टीका की दूसरी डोज लगाने की शुरुआत 31 जनवरी से हो चुकी है। 2 दिन सिर्फ अस्पतालों में ही टीका लगाया गया, लेकिन आज से स्कूलों में बड़े स्तर पर टीकाकरण शुरू किया जाएगा। बुधवार को शहर के 240 स्कूलों को टीकाकरण केंद्र बनाया जाएगा। इन स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को स्कूल प्रबंधन की तरफ से सूचित किया जाएगा। बता दें कि भोपाल में कुल एक लाख 53 हजार किशोर-किशोरियों को टीका लगाने का लक्ष्य था। इसके मुकाबले 01 लाख 70 हजार को पहली डोज लगाई जा चुकी है।