बेटी से रेप होता रहा, खामोश रही:लिव-इन पार्टनर को जेल न हो जाए, इसलिए चुप्पी साधे रही
पैदा होने के 15 दिन बाद पिता नहीं रहे। 4 साल की हुई तो मां ने अलग घर बसा लिया। 10 साल तक नानी के पास रही। फिर नानी ने भी घर से निकाल दिया। मजबूर होकर मां के पास आना पड़ा। मां रात में अपने लिव-इन पार्टनर के भरोसे छोड़कर नाइट ड्यूटी में नौकरी करने चली जाती। लिव-इन पार्टनर रेप करता। मां को बताया तो वह चुप्पी साधी रही। साथ हॉस्पिटल ले जाने लगी तो वहां हाउस कीपर ने गलत किया। डर इतना बैठ गया था कि घर पर लड़की रूम लॉक कर सोती।
गोविंदपुरा इलाके की रहने वाली 15 साल की 8वीं की छात्रा के रेप के आरोप में उसकी मां के लिव-इन पार्टनर सुरेश मालवीय और अस्पताल के हाउस कीपर जीतेंद्र मेहरा को गिरफ्तार कर लिया गया है। चाइल्ड लाइन की डायरेक्टर अर्चना सहाय ने बताया कि बच्ची के साथ जब उसके पार्टनर ने पहली बार हरकत की थी। तब उसने मां को बताया था। मां ने उस पर भरोसा नहीं किया। बच्ची चाइल्ड लाइन के पास है।
स्कूल नहीं आने पर टीचर को बताई आपबीती
बच्ची मां के लिव-इन-पार्टनर की हैवानियत से बचने मां के साथ नाइट ड्यूटी में अस्पताल में जाने लगी। रातभर अस्पताल में बिताने की वजह से स्कूल जाना बंद कर दिया। लगातार स्कूल में अनुपस्थित होने की वजह से उसकी महिला क्लास टीचर ने फोन पर स्कूल नहीं का कारण पूछा। लड़की ने बताया कि वह मां के साथ नाइट ड्यूटी करने अस्पताल चली जाती है। इसलिए स्कूल नहीं आ पाती। महिला टीचर ने जब रात में अस्पताल जाने की वजह पूछी तो उसने बताया कि उसकी मां का लिव-इन-पार्टनर घर में उसे अकेला पाकर गलत करता है। महिला टीचर ने तुरंत ही बाल कल्याण समिति को इसकी जानकारी दी। बाल कल्याण समित ने लड़की की काउंसलिंग की। तब उसने बताया कि मां को इसके बारे में बताया था, लेकिन उसे मेरी बातों का भरोसा नहीं हो रहा था। वह अपने पार्टनर के पक्ष में बोलती रही।