पैर फिसलने से चोपड़ा कलां नाले बह गया था 11वीं का छात्र
भोपाल के सूखी सेवनिया थाना इलाके में स्थित चोपड़ा कलां नाले में बहने वाले (17) साल के सागर मीणा का शव घटना स्थल से करीब दो सौ मीटर की दूरी से शनिवार की सुबह बरामद किया गया। उसकी लाश मिलने के साथ ही परिजनों पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा है। इधर, पीएम के बाद शनिवार की शाम को उसके शव का अंतिम संस्कार गांव के ही श्मशान घाट में किया गया।
सागर 11वीं कक्षा का छात्र था। शुक्रवार की शाम को गांव में स्थित एक नाले में दोस्तों के साथ नहाने गया था। पांव फिसलने के बाद गहरे पानी में गया, महज पांच सेकेंड बाद ही वह दोस्तों की आंखों से ओझल हो गया। दोस्त मदद बुलाने आए, इसके बाद ग्रामीण और प्रशासन की टीम उसे सर्च करती रही लेकिन देर रात तक शव नहीं मिला था।
मृतक के चचेरे भाई सुदीप मीणा ने बताया कि सागर के परिवार में मां-पिता के अलावा बड़ी बहन पूजा और सागर था। उसके पिता बोरवेल में मोटर फिटिंग का काम करते हैं। सागर 11 वहीं कक्षा का छात्र था। वह पढ़ने में होनहार था, हमेशा पुलिस में भर्ती होने की बात कहता था।
सागर इंस्टाग्राम पर एक्टिव रहता था, इस तस्वीर को उसने पांच दिन पहले अपनी प्रोफाइल पर अपलोड किया था।
2-3 बार पानी में खाया गोता..फिर ओझल
शुक्रवार को चार दोस्तों के साथ गांव के करीब में स्थित एक नाले में नहाने गया था। अधिक बारिश होने के कारण नाले में बहाव अधिक था। वह एक पठार पर खड़ा था। तभी पांव फिसला और बहाव के साथ चला गया। दो से तीन बार वह पानी में गोते खाता दिखा, उसके साथियों ने बताया कि करीब पांच सेकेंड बाद वह आंखों से ओझल हो गया।
साथी तत्काल गांव लौटे और लोगों से मदद मांगी। गांव के लोग मदद के लिए घटना स्थिल पर पहुंचे, जहां सागर नहीं दिखा। पुलिस और प्रशासन को सूचना दी। सूचना पर पहुंची टीम ने भी देर रात तक सर्चिंग की लेकिन बॉडी नहीं मिली। शनिवार की सुबह फिर सर्चिंग शुरू की तो घटना स्थल से 200 मीटर की दूरी पर बॉडी मिली।
मां का रो-रोकर बुरा हाल, तबीयत बिगड़ी
सागर की लाश मिलने के बाद से मां का रो-रोकर बुरा हाल है। उनकी तबीयत बिगड़ गई। रिश्तेदारों और गांव वालों ने उन्हें ढांढस बंधाया। मां को किसी हाल यकीन नहीं कि उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं है। वह एक ही रट लगाए हुए थीं कि उठ मेरे लाल..तू ऐसे नहीं जा सकता। इधर, सूखी सेवनिया पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।