यूरोप में बसना चाहता था सट्टे का मास्टरमाइंड
उज्जैन में अंतरराष्ट्रीय गेमिंग सट्टे में 15 करोड़ कैश जब्त करना देश की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। रेड मारने के लिए पुलिस ने दो दिन तक ड्रोन, गूगल और सीसीटीवी की मदद से रेकी की थी।
इधर, मास्टरमाइंड पीयूष चोपड़ा के बारे में पता चला है कि वह जल्द ही यूरोप में बसना चाहता था। ब्रिटेन से उसने ऑनलाइन सट्टे की टेक्नीक सीखी। उज्जैन आकर बुकी का काम शुरू कर दिया।
घर से 15 करोड़ कैश जब्त, 9 गिरफ्तार
उज्जैन पुलिस ने गुरुवार रात कृष्णा पार्क और मुसद्दीपुरा में बिल्डर पीयूष चोपड़ा के घर छापा मारा। यहां गेमिंग और आईपीएल सट्टे की सूचना मिली थी। यहां बांग्लादेश-नीदरलैंड के बीच चल रहे टी 20 मुकाबले पर ऑनलाइन सट्टा लगाया जा रहा था। सटोरियों से 15 करोड़ रुपए जब्त किए गए। इनमें 500-500 के नोटों की तीन हजार गडि्डयां मिलीं। 7 किलो चांदी और 7 देशों की विदेशी मुद्रा भी जब्त की गई। पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी एमपी, राजस्थान और पंजाब के रहने वाले हैं। मुख्य आरोपी पीयूष चोपड़ा फरार हो गया।
मुख्य आरोपी प्रॉपर्टी ब्रोकर से बन गया बिल्डर
आरोपी पीयूष चोपड़ा मूलतः नीमच का रहने वाला है। कई दिन पहले उज्जैन आकर रहने लगा था। यहां प्रॉपर्टी ब्रोकर बन गया। सफलता मिली, तो बिल्डर बन गया। ज्यादा पैसा कमाने की चाहत में क्रिकेट के सट्टे में हाथ आजमाया। पहले खुद सट्टा लगाता था। सफलता मिली, तो खुद बुकी बन गया। इसके बाद ब्रिटेन जाकर ऑनलाइन क्रिकेट समेत अन्य गेम में सट्टेबाजी की बारीकियां सीखीं। उज्जैन लौटकर जूम वीडियो मीटिंग ऐप के जरिए simtodo.apk एप्लिकेशन और londonexch9.com वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन सट्टेबाजी करने लगा।
यूरोप की नागरिकता लेना चाहता था मुख्य आरोपी
जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि मुख्य आरोपी पीयूष चोपड़ा परिवार के साथ यूरोप के लातविया की नागरिकता लेकर वहीं बसना चाहता था। उसने जरूरी दस्तावेज बनाने का काम शुरू कर वीजा के लिए अप्लाई किया था। पुलिस की कार्रवाई नहीं होती, तो जल्द ही वो विदेश भागने की फिराक में था।
गूगल, ड्रोन से नजर रखी गई, तब मारा छापा
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि कार्रवाई से पहले दो दिन तक रेकी की गई। गूगल, ड्रोन से नजर रखी गई। शहर भर में लगे स्मार्ट सिटी के सीसीटीवी की मदद ली गई। डेढ़ दिन तक दोनों घरों की रेकी की गई फिर दो टीम बनाकर गुरुवार रात 10 बजे रेड मारने का तय किया। इसके बाद दोनों घरों पर छापा मार दिया। कार्रवाई करीब 14 घंटे तक चली। एसपी ने बताया कि अभी नौ आरोपियों को पकड़ा है, लेकिन जांच के दौरान आरोपी बढ़ सकते हैं।
सटोरियों से जब्त सामान। छापे की भनक लगते ही मुख्य आरोपी फरार हो गया।
चार मशीनों से 8 घंटे तक गिना कैश
पुलिस ने पीयूष चोपड़ा के 19 ड्रीम्स कॉलोनी के घर और मिर्जा नईम बेग वाले घर पर गुरुवार रात 10 बजे दबिश दी। करीब 10:30 बजे दो अलग-अलग टीम दोनों घरों में पहुंची। पुलिस जब मिर्जा नईम बेग मार्ग स्थित घर पहुंची, तो टीम को बैग में भरा कैश मिला गया। नोटों को गिनने के लिए पुलिस ने नोट गिनने की चार मशीनें मंगवाई। आठ घंटे तक लगातार कैश गिना।
विदेश भागने की आशंका पर लुकआउट नोटिस
आरोपी के विदेश भागने की आशंका पर पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी किया है। बड़ा सवाल ये भी है कि दो थाना क्षेत्रों में कई साल से चल रहे गोरखधंधा चलता रहा। नीलगंगा और खरकुआं थाने की पुलिस को भनक तक नहीं लगी। एसपी प्रदीप शर्मा ने कहा कि थाने की मिलीभगत मिलती है, तो कार्रवाई की जाएगी।
इन 9 लोगों को गिरफ्तार किया
1. रोहित पिता सुरजीत सिंह (26), रेलवे कॉलोनी नीमच एमपी। 2. गौरव पिता सूरजमल जैन (26) कंचननगर नीमच। 3. मयूर जैन पिता विजय जैन (30), बगाना नीमच। 4. आकाश मसीही पिता अजय मसीही (26), मिशन अस्पताल के पास नीमच। 5. हरीश पिता राजमल तेली (36), डाक बंगला रोड निम्बाहेड़ा राजस्थान। 6. गुरप्रीत सिंह पिता सरदार गुरमिल सिंह (36), माता नगर लुधियाना पंजाब। 7. जसप्रीत उर्फ रूबल पिता हरमंदर सिंह (30), 2730 अमरपुरा लुधियाना पंजाब। 8. सतप्रीत सिंह पिता परमजीत सिंह (34), शहीद भगत सिंह नगर लुधियाना पंजाब। 9. चेतन नेगी पिता स्व. पूरनचंद नेगी (37), शराबानगर लुधियाना पंजाब।