भोपाल में दो पक्षों में पथराव, तलवारें लहराईं
भोपाल के जहांगीराबाद में मंगलवार को दो पक्षों के बीच विवाद हो गया। यहां की पुरानी गल्ला मंडी में दोनों पक्षों के बीच जमकर पथराव हुआ। लोगों ने तलवारें लहराईं। दोनों पक्ष डंडे लेकर निकले। कुछ युवकों ने एक महिला को बीच सड़क पर डंडों से पीटा। घटना में 6 से ज्यादा लोग घायल हैं, इनमें महिलाएं भी हैं।
घटना की खबर लगते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मोर्चा संभाला। भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। थाना प्रभारी आशीष उपाध्याय ने बताया कि दो दिन पहले युवकों के बीच मारपीट का मामला सामने आया, उसके बाद यह विवाद हुआ।
आज सुबह एक पक्ष के लोग जमा हुए और घरों पर पथराव करना शुरू कर दिया। जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया। पथराव की खबर लगते ही पुलिस के आला अफसर मौके पर पहुंचे। मामले की गंभीरता को देखते हुए घटनास्थल को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
डीसीपी ने कहा- पहले से तैनात थी पुलिस डीसीपी जोन 1 प्रियंका शुक्ला ने बताया कि 2 दिन पहले तेज बाइक चलाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था। मामले में जहांगीराबाद थाने में 5 आरोपियों पर केस दर्ज किया गया था। जिसमें तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। दो आरोपी फरार चल रहे थे।
आज फरार दो आरोपियों को लेकर विवाद की स्थिति बन गई। मौके पर पहले से पुलिस बल मौजूद था। लोगों की बढ़ती भीड़ को देकर पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी गई। वीडियो में कई लोग हथियार लेकर जाते दिख रहे हैं उनके ऊपर भी कार्रवाई की जाएगी। घटना में कोई गंभीर घायल नहीं है। स्थिति पूरी तरह नियत्रंण में हैं।
घटना की 5 तस्वीरें…
हमले में महिलाएं भी घायल, 5 को अस्पताल भेजा स्थानीय लोगों के मुताबिक दो दिन पहले तेज बाइक चलाने को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद जहांगीराबाद थाने में एफआईआर भी दर्ज की गई। आज सुबह हुई घटना में 4 से 5 लोगों को मेडिकल के लिए भेजा गया है। दर्जन भर से ज्यादा लोगों के घायल होने की सूचना है। इलाके के लोगों की माने तो महिलाएं भी घायल हुई हैं।
रास्ता बंद करने को लेकर शुरू हुआ विवाद
एक पक्ष का कहना है कि दूसरे पक्ष ने आने-जाने वाला मुख्य रास्ता बंद कर दिया था। दो-तीन दिन से इस रास्ते से हम निकल नहीं पा रहे थे। जिसके चलते यह विवाद की स्थिति बनी। जबकि, दूसरे पक्ष का कहना है कि यहां पर लोग लगातार अक्सर तेज गाड़ी चलाकर निकलत हैं। छोटे बच्चे खेलते रहते हैं, इसी कारण रास्ते से नहीं जाने दे रहे थे।