बाघ के इलाके में नजर आया भालू का कुनबा
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में नाइट सफारी के दौरान बाघ को करीब से देख पर्यटक रोमांचित हो उठे। खास बात यह रही कि बाघ के इलाके में भालू का कुनबा विचरण करता हुआ नजर आया। बाघ के इलाके में भालू का दिखना दुलर्भ माना जा रहा है। जानकारों के मुताबिक बाघ के इलाके में कोई भी वन्यप्राणी नहीं आता है और यदि गलती से आ जाता है तो बाघ उसे नहीं छोड़ता है। बाघ की मौजूदगी के बीच सुस्त भालू का समूह के नजारे को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने इंटरनेट मीडिया पर साझा किया है। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में घूमने के लिए आने वाले सैलानियों को बाघ व अन्य वन्यप्राणी नजर आ रहे हैं।
प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है भोजनः सतपुड़ा टाइगर रिजर्व प्रबंधन का कहना है कि बाघों को प्रचुर मात्रा में भोजन उपलब्ध है जिसके कारण बाघ का मूवमेंट लगातार बना हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार एसटीआर के बफर जोन में पर्यटकों को बाघ का जोड़ा नजर आया है। झाड़ियों के बीच में बाघ का जोड़ा एक दूसरे के बेहद करीब बैठा हुआ है।
भालू आ रहे नजर
एसटीआर प्रबंधन के मुताबिक भालू का सुस्त माना जाता है। ठंड कम होते ही भालू अपनी मांद से बाहर आकर विचरण कर रहा है। एसटीआर में भालू अपने परिवार के साथ नजर आ रहा है। भालू की कितनी संख्या एसटीआर में मौजूद रहे फिलहाल इसका आंकलन नहीं हो सका है। जंगल सफारी में आने वाले पर्यटकों का मजा वन्यप्राणियों को देखकर दोगुना हो रहा है। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा वन्यप्राणियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने के कारण ही वन्यप्राणी स्वच्छंद विचरण कर रहे हैं।
वर्जन
जंगल सफारी के दौरान पर्यटकों को बाघ के साथ ही अन्य वन्यप्राणी नजर आ रहे हैं। वन्यप्राणियों को देखकर पर्यटक काफी उत्साहित हैं। पर्यटकों के लिए कई तरह की गतिविधियों को एसटीआर में शुरू किया जा रहा है।
– एल कृष्णमूर्ति, क्षेत्र संचालक, एसटीआर नर्मदापुरम