पुलिस ने बेंगलुरु की एक कंपनी के निदेशक की शिकायत पर कंपनी के पूर्व अधिकारी के खिलाफ फर्जीवाड़ा, डेटा चोरी और दस्तावेजों में हेरफेर करने के मामले में कार्रवाई की है। आरोप है कि पिछले 2 वर्षों में पूर्व अधिकारी ने कंपनी को नुकसान पहुंचाने और खुद को फायदा पहुंचाने के लिए कई गलत काम किए।
कैसे शुरू हुआ मामला कंपनी की ओर से पुलिस अधिकारियों को दी गई शिकायत के आधार पर जांच हुई, जिसके बाद कई धाराओं में केस दर्ज किया गया। राऊ पुलिस ने यह कार्रवाई शिवा शेखर, निवासी राजानी नगर, बेंगलुरु (कर्नाटक) की शिकायत पर की। वे फ्यूचर टेक फैक्ट्री वन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हैं।
शिवा शेखर ने बताया कि कंपनी में आरोपी अंकित चतुर्वेदी (निवासी – एस्टर सोसायटी, ओरिएंटर बैंक ऑफ कॉमर्स, आदर्श नगर, अंधेरी वेस्ट, मुंबई, महाराष्ट्र) को प्रबंध निदेशक के पद पर नियुक्त किया गया था। 18 दिसंबर 2023 से उन्होंने पदभार संभाला और उन्हें कंपनी का गोपनीय डेटा भी सौंपा गया।
डेटा चोरी और ब्लैकमेल का आरोप
साल 2024 में पता चला कि अंकित चतुर्वेदी ने एक अनधिकृत ऐप का उपयोग कर कंपनी का डेटा ट्रांसफर किया। बाद में कंपनी को जानकारी मिलने पर अंकित ने उन्हें ब्लैकमेल करते हुए रुपए की मांग की।
कंपनी द्वारा एक्शन लेने पर अंकित ने उन्हें कई धमकी भरे ईमेल भेजे। आरोप है कि सस्पेंशन के दौरान उन्होंने कंपनी के नाम से कई फर्जी लेटर जारी किए, जिससे कंपनी की साख को नुकसान पहुंचा।
कंपनी ने पुलिस अधिकारियों को आरोपी के खिलाफ दस्तावेज और साक्ष्य सौंपे। जिसके आधार पर राऊ पुलिस ने बुधवार को इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली