कमलनाथ के संजीवनी क्लीनिक में जुडेगा ‘मुख्यमंत्री’ का नाम
दो साल पहले कमलनाथ सरकार ने दिल्ली के मुहल्ला क्लीनिक की तर्ज पर संजीवनी क्लीनिक की शुरूआत की थी। इंदौर के निपानिया में सीएम कमलनाथ और भोपाल में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने भोपाल के प्रियदर्शिनी नगर में संजीवनी क्लीनिक का उद्घाटन किया था। अब तक प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में 110 संजीवनी क्लीनिक शुरू हो चुके हैं। जल्द इन संजीवनी क्लीनिक में मुख्यमंत्री का नाम जोड़ा जाएगा। बीते दिनों पचमढ़ी में हुई कैबिनेट की बैठक में ‘’मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक’’ नाम करने का फैसला हो चुका है।अब 25 हजार की आबादी पर खुलेंगे क्लीनिकस्वास्थ्य मंत्री डॉ.प्रभुराम चौधरी ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में लोगों को घर के नजदीक उपचार मुहैया कराने के लिए अब 25 हजार की आबादी पर संजीवनी क्लीनिक खोले जाएंगे। इन क्लीनिक को अब मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक के नाम से जाना जाएगा। शुरूआत में यह क्लीनिक 50 हजार की आबादी पर खोले जा रहे थे।प्रदेश भर 257 नए मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक खुलेंगेएनएचएम के अधिकारियों की मानें तो प्रदेश में अर्बन हेल्थ प्रोग्राम को मजबूती देने के लिए जल्द ही 257 नए मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक खोले जाएंगे। इनमें सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक इलाज की सुविधा मिलेगी। इन क्लीनिक्स में एएनसी (गर्भावस्था पंजीयन व जांच), ईएनटी, शिशु रोग, टीकाकरण सहित करीब एक दर्जन प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। प्रदेश में अभी 141 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हैं ग्रामीण क्षेत्रों के उप स्वास्थ्य केन्द्रों की तर्ज पर इन संजीवनी क्लीनिक में सुविधाएं मिलेंगी।