इंदौर में बिना हेलमेट पेट्रोल देने से मना करने पर एक युवक ने पंप पर माचिस की जलती हुई तीली फेंक दी। दूसरे ने चाकू निकाल लिया। पंपकर्मी से हाथापाई भी की। घटना छोटा बांगड़दा के शुक्ला ब्रदर्स पेट्रोल पंप की शुक्रवार की है। इसका सीसीटीवी फुटेज शनिवार को सामने आया है। इधर, भोपाल में चार पंप पर कर्मचारी शनिवार को बिना हेलमेट पेट्रोल देते मिले।
पहले बात इंदौर की… इंदौर के शुक्ला ब्रदर्स पेट्रोल पंप पर बाइक से तीन युवक बिना हेलमेट पहने पहुंचे थे। कर्मचारियों ने पेट्रोल देने से मना कर दिया। बाइक पर पीछे बैठे दो युवक उतरे और कर्मचारियों से हाथापाई कर दी। गालियां देने लगे। एक ने चाकू अड़ाकर कहा, ‘अब बिना हेलमेट लगाए पेट्रोल लेंगे। देखते हैं कौन रोकता है और पैसे भी नहीं देंगे।’
जब पंप का बाकी स्टाफ वहां आने लगा तो एक युवक ने माचिस की तीली जलाई। दूसरे ने बाइक स्टार्ट कर ली। जाते-जाते पेट्रोल की टंकी के पास जलती तीली फेंक दी। ये पेट्रोल पंप सुबोध शुक्ला, मनोज शुक्ला, आशुतोष शुक्ला के परिवार का है। मामले में वीरेंद्र धौलपुरिया की शिकायत पर एरोड्रम थाने ने बाइक चालक और एक अन्य युवक पर केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
तस्वीरों में देखें पूरा घटनाक्रम…




इंदौर के पेट्रोल पंपों पर सख्ती शनिवार को इंदौर में नो हेलमेट नो पेट्रोल का दूसरा दिन है। पंप संचालकों ने शुक्रवार से ही सख्ती बनाई हुई है। बिना हेलमेट पेट्रोल दिए जाने पर रोक लगा दी है। सूचना के लिए प्रशासन ने बोर्ड लगाए हैं। नियम का पालन नहीं करने पर दो पंप सील कर दिए गए। इनमें विधायक गोलू शुक्ला के परिवार के पेट्रोल पंप को छोड़ दिया गया था।
लोगों से सहयोग करने की अपील
कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा, मैं यह क्लियर करना चाहता हूं कि यातायात की समस्या अलग है। रोड के मुद्दे अलग है। हेलमेट आदि का प्रयोग बहुत आवश्यक हो जाता है। भले ही ट्रैफिक जाम की समस्या हो या अन्य कोई दूसरी समस्या हो। इसलिए मेरा सभी से अनुरोध है कि प्रशासन जो कदम उठा रहा है, उसमें सभी लोग सहयोग करें। हमने यह आदेश भी निकाला है कि सभी सरकारी कार्यालयों में आने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ ही अन्य लोगों से हेलमेट का पालन सुनिश्चित कराया जाए।
इंदौर में नो हेलमेट नो एंट्री पंप पर बिना हेलमेट पेट्रोल देने पर रोक लगाने के प्रतिबंधात्मक आदेश के बाद इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने नया आदेश जारी किया है। जिले के सभी कार्यालय प्रमुखों को निर्देश दिए हैं कि कार्यालय में दो पहिया वाहनों से आने वाले सभी अधिकारी और कर्मचारी हेलमेट पहन कर ही आएं। सभी ने इसका समर्थन किया है।