चरनोई की जमीन पर फिर किया कब्जा:12 दिन पहले ही प्रशासन ने कराया था अतिक्रमण मुक्त
कलेक्टर रौशन कुमार सिंह के निर्देश के बाद जिले में चरनोई की भूमि पर से अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जा रहा है। रंगई गांव में भी चरनोई की 9 बीघा जमीन पर से अतिक्रमण हटा गया था, लेकिन कुछ दिन बाद ही दबंगों ने दुबारा से कब्जा करके खेती के लिए बोवनी कर दी। अब रंगई गांव के किसानों ने तहसीलदार से शिकायत की है और चरनोई की जमीन पर से अतिक्रमण हटाकर तार फेंसिंग की मांग की।
ग्रामीणों ने बताया की चरनोई की जमीन पर बरसों से रसूखदारों ने कब्जा कर रखा था, 15 नवंबर तहसीलदार ने चरनोई की जमीन पर से कब्जा हटा दिया था , चीरे लगा दिए थे । गांव के लोग वहां पर धर्मशाला या गोशाला का निर्माण करना चाहते हैं।
अतिक्रमण हटाने के कुछ दिन बाद ही बाहर के लोगों ने आकर दोबारा से उस जमीन पर कब्जा कर लिया है, वह लोग उसे जमीन पर खेती कर रहे हैं। चरनोई की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराकर उसे पर तार फेंसिंग कराई जाए। उस जमीन पर जन भागीदारी और पंचायत के द्वारा गोशाला का निर्माण किया जाए इसी मांग को लेकर आज तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है।
ग्रामीणों ने बताया कि 15 नवंबर को रंगई में किसानों के सहयोग से जिला प्रशासन ने 9 बीघा चरनोई की जमीन को मुक्त कराया था। कुछ दिन के बाद ही बाहर के किसानों द्वारा उस पर अतिक्रमण करते हुए पलेवा कर दिया गया है।
लोगों ने दोबारा किया कब्जा
तहसीलदार अमित चौकसे ने बताया कि ग्रामीणों ने शिकायत की है कि रंगई गांव में चरनोई की जमीन पर दुबारा कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है। ग्रामीणों की मांग है कि उसे जमीन को अतिक्रमण मुक्त किया जाए और गोशाला का निर्माण किया जाए, जिन लोगों ने कब्जा कर रखा है उन्हें बेदखल करके उनके ऊपर जुर्माना लगाया जाएगा।