मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज संबल योजना के 23 हजार 162 श्रमिक परिवारों को 505 करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर करेंगे। यह राशि मुख्यमंत्री डॉ. यादव हितग्राहियों के खातों में सिंगल क्लिक के माध्यम से भेजेंगे। मंत्रालय में होने वाले इस कार्यक्रम के दौरान श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल एवं प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर मंत्री एवं स्थानीय जन प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे।
मुख्यमंत्री जनकल्याण (संबल) योजना प्रदेश के लाखों श्रमिकों के लिए बनाई गई है। इसमें अनुग्रह सहायता योजना के अंतर्गत हितग्राही की दुर्घटना में मृत्यु होने पर 4 लाख रुपए एवं सामान्य मृत्यु होने पर 2 लाख रुपए दिए जाते हैं। स्थायी अपंग होने पर 2 लाख रुपए एवं आंशिक स्थायी अपंगता पर 1 लाख रुपए तथा अंत्येष्टि सहायता के रूप में 5 हजार रुपए दिए जाते हैं।
संबल योजना में महिला श्रमिकों को गर्भावस्था के दौरान 16 हजार रुपए दिए जाते हैं। साथ ही श्रमिकों के बच्चों को महाविद्यालय शिक्षा प्रोत्साहन योजना में उच्च शिक्षा के लिए सम्पूर्ण शिक्षण शुल्क राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है।
गिग और प्लेटफार्म वर्कर्स का भी रजिस्ट्रेशन
नीति आयोग की पहल पर प्रदेश के गिग एवं प्लेटफार्म वर्कर्स को भी संबल योजना के अंतर्गत सम्मिलित किया जाकर इनका पंजीयन प्रारम्भ किया गया है। इन्हें भी संबल योजना के अंतर्गत समस्त लाभ प्रदान किए जा रहे हैं। संबल हितग्राहियों को खाद्यान्न पात्रता पर्ची भी प्राप्त होती है। इससे वे केन्द्र तथा राज्य सरकार द्वारा रियायती दरों पर राशन प्राप्त कर रहे हैं।
सभी संबल हितग्राहियों को आयुष्मान भारत निरामयम योजना में पात्र श्रेणी में चिह्नित किया गया है। अब उन्हें भी 5 लाख रुपए वार्षिक निशुल्क चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है। राज्य सरकार ने योजना के प्रारंभ दिनांक 1 अप्रैल 2018 से अब तक 1 करोड़ 74 लाख श्रमिकों का संबल योजना में पंजीयन किया है। श्रमिकों के पंजीयन की प्रक्रिया जारी है। श्रम विभाग योजनांतर्गत वर्तमान तक 6 लाख 58 हजार से अधिक प्रकरणों में 5 हजार 927 करोड़ से अधिक के हितलाभ दिए जा चुके हैं।