थाना परवलिया सड़क पुलिस ने एक करोड़ की ठगी के मामले में लंबे समय से फरार चल रहे उद्घोषित आरोपी सुरेंद्र मिहानी को गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की है। आरोपी के खिलाफ भोपाल जिले के विभिन्न थानों में तीन दर्जन से अधिक आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं और वह थाना कोहेफिजा का निगरानी बदमाश है।
पुलिस अधीक्षक भोपाल देहात प्रमोद कुमार सिन्हा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. नीरज चौरसिया और एसडीओपी ईटखेड़ी मंजू चौहान के निर्देशन में आर्थिक अपराधों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई।
जमीन के ज्वाइंट वेंचर के नाम पर की थी करोड़ों की ठगी इस पूरे प्रकरण की शुरुआत 26 सितंबर 2024 को हुई थी, जब फरियादी महेंद्र दिवाकर, निवासी महालक्ष्मी नगर इंदौर, ने परवलिया सड़क थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। फरियादी के मुताबिक, सुरेंद्र मिहानी ने स्वयं की और अन्य की भूमि को ज्वाइंट वेंचर बताकर विक्रय एग्रीमेंट किया और एक करोड़ रुपए की राशि ले ली। इसके बाद न तो वादा पूरा किया और न ही रकम लौटाई। मामले की जांच के दौरान पुलिस ने सुरेंद्र मिहानी के खिलाफ थाना परवलिया सड़क थाना में प्रकरण दर्ज किया। आरोपी शुरुआत से ही फरार था, जिस पर पुलिस अधीक्षक ने 5,000 रुपए का इनाम घोषित किया था।
तकनीकी साक्ष्यों और मुखबिर की सूचना से गिरफ्तारी आरोपी की गिरफ्तारी के लिए थाना प्रभारी उनि. रोहित नागर के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने तकनीकी विश्लेषण के साथ ही सूचना तंत्र को मजबूत किया। 23 जून 2025 को मुखबिर की सटीक सूचना के आधार पर आरोपी सुरेंद्र मिहानी को गिरफ्तार कर लिया गया और न्यायालय में पेश किया गया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी रोहित नागर, उप निरीक्षक वी.पी. सिंह, प्रधान आरक्षक मलखान सिंह, राजेंद्र सोलंकी, साइबर सेल के प्रधान आरक्षक मुश्ताक (पुलिस अधीक्षक कार्यालय भोपाल), आरक्षक कन्हैयालाल, अभिषेक और विकास की सराहनीय भूमिका रही।