झारखंड-महाराष्ट्र चुनाव में कमलनाथ को मिल सकती है अहम जिम्मेदारी:
मध्यप्रदेश की दो विधानसभा सीटों बुधनी और विजयपुर में उपचुनाव और महाराष्ट्र-झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। घोषणा से ठीक पहले दिल्ली में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से उनके आवास पर मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत हुई। दोनों ने लंच भी साथ किया।
कमलनाथ की राहुल गांधी से 42 दिन में यह दूसरी मुलाकात है। इससे पहले 3 सितंबर को राहुल गांधी के आवास पर कमलनाथ ने उनसे मुलाकात की थी।
मंगलवार को हुई मुलाकात के बाद यह माना जा रहा है कि महाराष्ट्र-झारखंड विधानसभा चुनाव में कमलनाथ कोई बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। हाल ही में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव के स्टार प्रचारकों में मध्यप्रदेश से सिर्फ भांडेर विधायक फूल सिंह बरैया को ही स्टार प्रचारक बनाया गया था। जम्मू-कश्मीर के स्टार प्रचारकों में एमपी के किसी नेता को जगह नहीं दी गई थी।
महाराष्ट्र में बनाए जा सकते हैं स्टार कैम्पेनर कमलनाथ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारक बनाए जा सकते हैं। राहुल गांधी से हुई मुलाकात के बाद वे बुधनी और विजयपुर उपचुनाव में भी प्रचार के लिए जा सकते हैं। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद कमलनाथ लोकसभा चुनाव में सिर्फ छिंदवाड़ा तक ही सीमित रहे थे। छिंदवाड़ा में मतदान के बाद वे बैतूल और नर्मदापुरम लोकसभा सीट पर एक-एक सभाएं लेने ही पहुंचे थे। लोकसभा चुनाव के बाद वे ज्यादातर छिंदवाड़ा के दौरे पर ही आते हैं।
महाराष्ट्र के स्टार कैम्पेनर बनाने के चांस क्यों? दरअसल, कमलनाथ के गढ़ कहे जाने वाले छिंदवाड़ा से महाराष्ट्र का हिस्सा सटा हुआ है। छिंदवाड़ा के लोग व्यवसायिक गतिविधियों के लिए नागपुर आते-जाते रहते हैं। कमलनाथ छिंदवाड़ा से 9 बार सांसद रह चुके हैं। एक बार उनकी पत्नी और एक बार बेटा नकुल चुनाव जीत चुके हैं। हालांकि, इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने नाथ से यह सीट छीन ली है।
उमंग सिंघार बने विदर्भ के ऑब्जर्वर
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए पर्यवेक्षकों की घोषणा की है। कांग्रेस ने मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को 11 नेताओं के साथ महाराष्ट्र में बतौर पर्यवेक्षक तैनात किया है। सिंघार के साथ छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को विदर्भ के दो जिलों नागपुर और अमरावती का ऑब्जर्वर बनाया है।
कांग्रेस ने महाराष्ट्र के पांच क्षेत्रों के लिए दो-दो पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। जबकि, विदर्भ के लिए तीन पर्यवेक्षक बनाए गए हैं। महाराष्ट्र में नियुक्त किए गए अन्य पर्यवेक्षक हैं- अशोक गहलोत, सचिन पायलट, टीएस सिंहदेव और डॉ सैयद नसीन हुसैन के साथ पांच अन्य नेता भी शामिल हैं। महाराष्ट्र के प्रभारी केरल के विधायक रमेश चेन्निथला हैं।