Madhya Pradesh Weather Update: मध्यप्रदेश में बौछारें पड़ीं, रात के तापमान में गिरावट के आसार
अलग-अलग स्थानों पर बने तीन वेदर सिस्टम के असर से मध्यप्रदेश के जबलपुर, शहडोल, सागर संभागों के जिलों में मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात में कहीं-कहीं बौछारें पड़ीं। उधर हवा का रुख दक्षिणी होने से बादल छाने के कारण अधिकतर जिलों में दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरुवार को भी छत्तीसगढ़ से लगे जिलों में बौछारें पड़ सकती हैं। सिस्टम कमजोर पड़ने के कारण गुरुवार से रात के तापमान में भी गिरावट होने की संभावना है। उधर बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक उमरिया में चार मिलीमीटर बारिश हुई।
तीन वेदर सिस्टम के कारण हो रही बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उससे लगे उत्तर भारत पर बना हुआ है। इसके असर से पूर्वी राजस्थान में हवा के ऊपरी भाग में एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। इस चक्रवात से लेकर पश्चिमी मप्र से होकर कर्नाटक तक एक ट्रफ बना हुआ है।
इन तीन वेदर सिस्टम के कारण पूर्वी मप्र में कहीं-कहीं बारिश हो रही है। हवा का रुख दक्षिणी बना रहने से आंशिक बादल बने हुए हैं। इससे अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जबकि रात का तापमान बढ़ गया। इसी क्रम में बुधवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य रहा। साथ ही बुधवार के अधिकतम तापमान 29.7 डिग्रीसे. की तुलना में 2.2 डिग्रीसे. कम रहा।
न्यूनतम तापमान 14.6 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से तीन डिग्रीसे. अधिक रहा। यह बुधवार के न्यूनतम तापमान 11 डिग्रीसे. के मुकाबले 3.6 डिग्रीसे. अधिक रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि गुरुवार को वेदर सिस्टम के कमजोर पड़कर छत्तीसगढ़ की तरफ बढ़ने की संभावना है। हालांकि गुरुवार को भी छत्तीसगढ़ से लगे मप्र के मंडला, बालाघाट आदि जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। गुरुवार से न्यूनतम तापमान में गिरावट होने की भी संभावना है।