मध्यप्रदेश में इस साल सांपों ने 4000 से ज्यादा लोगों काे कांटा है, हालांकि ये आकड़ा पिछले साल की तुलना में कम है। साल 2024 और 2025 के जून महीने के आंकडे बताते हैं कि इस बार 728 कम लोग सर्पदंश का शिकार हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा पीड़ित सागर के है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक सांप के काटने से मध्यप्रदेश में हर साल ढाई हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। एम्बुलेंस 108 ने गुरुवार को MP स्नेक बाइट केस रिपोर्ट जारी की है। इसके अनुसार, साल 2024 में जून महीने तक 4 हजार 933 लोगों और साल 2025 में जून महीने तक 4 हजार 205 लोगों को सांप ने कांटा है, जिन्हें एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया।
महीना | आकड़े (2024) | 2025 |
जनवरी | 554 | 466 |
फरवरी | 703 | 516 |
मार्च | 790 | 722 |
अप्रैल | 825 | 653 |
मई | 863 | 707 |
जून | 1198 | 1141 |
सबसे ज्यादा सागर में पीड़ित
आंकड़ों के अनुसार, मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा सर्पदंश के पीड़ित सागर में दर्ज हुए, जिन्हें एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया गाय। यहां साल 2025 जून माह तक 311 लोगों को सांप ने कांटा। वहीं, दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा केस 223 रीवा जिले से सामने आए।
साल 2025 जून माह तक के आंकड़े (सबसे ज्यादा केस)
जिला | केस |
सागर | 311 |
रीवा | 223 |
कटनी | 179 |
दमोह | 163 |
छिंदवाड़ा | 151 |
ग्वालियर | 144 |
सबसे कम श्योपुर में पीड़ित
MP में एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल जाने वाले सर्पदंश पीड़ित, सबसे कम श्योपुर से सामने आए। यहां इस साल जून माह तक सिर्फ 18 केस दर्ज हुए। इसके बाद 19 केस शुजालपुर और 23 केस उज्जैन में दर्ज हुए।
साल 2025 जून माह तक के आंकड़े (सबसे कम केस)
जिला | केस |
श्योपुर | 18 |
शुजालपुर | 19 |
उज्जैन | 23 |
हरदा | 23 |
बुरहानपुर | 25 |
नीमच | 29 |
भोपाल में 68 लोगों को कांटा सांप ने
इस साल भोपाल में 68 लोगों को सांप ने कांटा है, जिन्हें एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं, अस्पतालों से मिली जानकारी के अनुसार करीब 8 लोगों की इस सीजन में सर्पदंश के कारण भोपाल में मौत भी हुई है।
हालांकि, यह आंकड़े सिर्फ उन मरीजों के हैं जो एम्बुलेंस 108 से अस्पताल पहुंचाए गए। इसके अलावा निजी वाहन व अन्य तरीके से अस्पताल पहुंचने वाले पीड़ितों के आंकड़े भी इसमें जोड़े जाएं, तो यह कई गुना तक बढ़ जाएंगे।
प्रदेश में हर साल ढाई हजार से ज्यादा मौतें
सांप के काटने से मध्यप्रदेश में हर साल ढाई हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, साल 2020 से 2024 यानी 4 सालों में सर्पदंश के कारण करीब 10 हजार 700 लोगों की मौत हुई। हर पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपए सरकारी मुआवजा दिया गया। यानी 427 करोड़ रुपए से ज्यादा का वित्त-भार सरकार पर आया। इतनी लागत से एक 5 मंजिला स्पेशियलिटी अस्पताल शुरू हो सकता है।