मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के परिवहन कार्यालय में मलाई को लेकर महाभारत
सूत्रों के हवाले से खबर कि पंगु प्रभारी आरटीओ के रहते हुए परिवहन कार्यालय में मलाई को लेकर घमासान मचा हुआ है !
भोपाल परिवहन कार्यालय में अनपा खान एआरटीओ पद पर काफी लंबे समय से पदस्थ हैं ! पंगु प्रभारी आरटीओ ने नियम विरुद्ध केजी पांडे को एआरटीओ संबंधी कार्य करने के लिए मौखिक अनुमति दे दी थी ! जबकि सूत्र यह बताते हैं कि केजी पांडे T.S.I हैं , उनके द्वारा परिवहन कार्यालय में बैठकर एआरटीओ संबंधी कार्य किया जा रहा था जिसको लेकर परिवहन कार्यालय में अधिकारियों के बीच विवाद की स्थिति बन गई ! एआरटीओ अनपा खान ने जब यह देखा कि उनके अधिकारों पर नियम विरुद्ध अतिक्रमण किया जा रहा है तो उन्होंने इसका प्रतिकार करते हुए कंप्यूटर शाखा से के जी पांडे द्वारा आदेशित फाइलों को अपने कब्जे में ले लिया !
वैसे हम आपको यह बता देना चाहते हैं कि परिवहन कार्यालय भोपाल में विगत 12 वर्षों से पदस्थ पंगु प्रभारी आरटीओ हमेशा से विवादित रहे हैं ! बस अधिग्रहण में करोड़ों का घोटाला,वाहनों के टैक्स में करोड़ों का घोटाला आदि अनेक कारणों से भी वे सुर्ख़ियों में रहे हैं ! पूर्व में भी उन्होंने नियम विरुद्ध एआरटीओ संबंधी कार्य करने के लिए अपने व्यक्ति को मौन स्वीकृति देकर विवाद को जन्म दिया था ! लेकिन मलाई के चक्कर में वह हर स्तर पर अपनी छवि को दरकिनार कर कार्य करते रहे हैं ! अपने रसूख और राजनीतिक प्रभाव के कारण वह लगभग 12 वर्षों से भोपाल परिवहन कार्यालय में पदस्थ हैं जिससे सरकार की छवि निरंतर खराब हो रही है ! इस लड़ाई में जनता की परेशानी चरम पर है !
** परिवहन मंत्री जी एवं वरिष्ठ परिवहन अधिकारियों द्वारा कुछ कंपनियों को पैनिक बटन
( V.L.T ) लगाने के लिए अनुमति प्रदान की है , लेकिन बड़े अफसोस की बात है कि उन कंपनियों द्वारा सरेआम कालाबाजारी की जा रही है ! अब मंत्री जी को और वरिष्ठ परिवहन अधिकारियों को यह कौन समझाए की कालाबाजारी रोकने का दायित्व उनका है क्योंकि उनके द्वारा ही उन कंपनियों को पैनिक बटन लगाने की अनुमति दी गई है ! इससे भी मजेदार बात यह है कि अभी तक सरकारी सिस्टम चालू नहीं हुआ है , फिर भी फिटनेस के समय शोपीस के रूप में पैनिक बटन लगवाना अनिवार्य कर दिया गया है ! उस पर भी तुर्रा यह की इस विषय में प्रमुख परिवहन सचिव द्वारा परिवहन आयुक्त को लिखे गए पत्र को भी नजरअंदाज करने में भी अधिकारियों ने कोई कोर कसर नहीं रखी , है ना कमाल की बात !
परिवहन कार्यालय भोपाल के इस ” सुशासन ” एवं
” सुराज ” को नमन एवं माननीय मुख्यमंत्री जी को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई !
” जय हो “