आरटीओ एजेंटों की लड़ाई का खामियाजा भुगत रहे आवेदक
8 अगस्त को आरटीओ परिसर में एजेंटों में विवाद हुआ था। बताया जा रहा है कि कुछ एजेंटों ने आरटीओ भोपाल परिसर में एक युवक की पिटाई कर दी थी।
हालांकि, इस मामले में कोई शिकायत नहीं हुई। लेकिन, आरटीओ जितेंद्र शर्मा के मौखिक आदेश पर एजेंटों की फाइलें आरटीओं में एक्सेप्ट करना बंद कर दीं थीं, जिसके बाद से आरटीओ भोपाल काम तो हाे रहे हैं मगर इसकी तादाद बहुत कम है, रोजाना 250 से अधिक बनने वाले लाइसेंस सोमवार को सिर्फ 50 से अधिक ही बने।
जानकारी के अनुसार आरटीओ भोपाल में आने वाले आवेदक की संख्या में करीब 75 प्रतिशत से अधिक आवेदक एजेंटों द्वारा आते हैं।
व्यवस्था आगे धीरे-धीरे बेहतर होगी: RTO
आरटीओ जितेंद्र शर्मा ने बताया कि सभी आवेदकों का काम किया जा रहा है। यह व्यवस्था आगे धीरे-धीरे बेहतर होगी। वहीं, एजेंटों का कहना है कि दो लोगों की लड़ाई में पब्लिक का काम क्यों रोका गया।