भोपाल के डीएफओ (वन मंडलाधिकारी) ऑफिस में बुधवार को हुई जैव विविधता प्रबंधन समिति की बैठक में पेड़ों की कटाई का मुद्दा उठा। समिति अध्यक्ष और जिपं सदस्य विनय मेहर ने कहा- बैरसिया और नजीराबाद के जंगल उजाड़े जा रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही। इस पर डीएफओ लोकप्रिय भारती ने कहा कि ये सही है। विदिशा, गुना, राजगढ़ रूट से लकड़ी की गाड़ियां गुजर रही हैं। फॉरेस्ट की टीम नजर रखती है, लेकिन कम्युनिकेशन गेप है।
अध्यक्ष मेहर ने कहा कि भोपाल में पेड़ों की कटाई हो रही है। हर रात पेड़ काटे जा रहे हैं। नीचे तक सब मिले हुए हैं। ट्रकों को कोई नहीं रोकता। इस पर लगाम लगाई जाए। नजीराबाद और बैरसिया में यह बड़े पैमाने पर चल रहा है। अध्यक्ष के सवाल पर डीएफओ भारती ने जवाब दिया कि यदि स्टाफ इसमें शामिल है, तो निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। इस पर नजर रखी जा रही है।
अध्यक्ष बोले- जंगल पठारों में तब्दील हो गए
समिति अध्यक्ष मेहर ने कहा कि कुछ अधिकारी एवं बाहरी लोगों की मिलीभगत से पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हो रही है। जंगल पठारों में तब्दील हो रहे हैं। मेरे पास प्रमाण है। जिले के अधिकारियों और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ समिति गठित कर वनों का निरीक्षण करें। जिन पेड़-पौधों के लिए कहां कितना बजट आवंटित हुआ है? कितना खर्च किया है? कितने पेड़ पौधे खरीदे हैं? कितनी जमीन पर लगे और कितने पेड़ जिंदा है? इनकी पूरी जानकारी मुझे उपलब्ध कराए।

फड़ में दलाली पर कार्रवाई क्यों नहीं? जिपं उपाध्यक्ष मोहन सिंह जाट, सदस्य प्रतिनिधि सुरेश राजपूत, अनिल हाड़ा ने कहा कि सभी ग्राम पंचायतों में जैव विविधता समिति का गठन हो। इस बारे में जिला पंचायत सीईओ इला तिवारी को लेटर लिखा जाए। तेंदुपत्ता की फड़ में दलाली हो रही है। तेंदुपत्ता संग्रहण करने वालों से फड़ पर दलाली ली जा रही है। ऐसा कोई नियम नहीं है। डीएफओ आदेश निकाले और कार्रवाई करें। इस पर भारती ने कहा कि ऐसा होने पर तुरंत कार्रवाई करेंगे।
‘किस काम की समिति, जब बजट ही नहीं है’
करीब तीन साल में पहली बार जैव विविधता प्रबंधन समिति की बैठक हुई थी। इसमें अध्यक्ष मेहर ने समिति के काम और बजट के बारे में पूछा। जब बताया गया कि कोई फंड नहीं है तो अध्यक्ष मेहर ने कहा कि जब कोई बजट ही नहीं है तो समिति किस काम की है? जैव विविधता पर कोई तालाब गहरीकरण का काम भी होता है क्या? डीएफओ भारती और एसडीओ धीरज सिंह चौहान ने इस पर गहरीकरण का काम नहीं होने की बात बताई।
जिस पर मेहर ने कहा, फिर मीटिंग क्यों बुलाई, जब जनता से जुड़े काम ही नहीं है। बैठक में सदस्य विक्रम भालेश्वर, रश्मि भार्गव, अश्विन भार्गव, मिश्रीलाल मालवीय भी मौजूद रहे।

भोपाल में सही रेट पर नहीं बिकता तेंदुपत्ता बैठक में बताया गया कि जिले में समिति नुकसान में जा रही है। यहां के तेंदुपत्ता की क्वालिटी ठीक नहीं है। इस कारण यह सही रेट पर नहीं बिकता। इस पर सदस्य प्रतिनिधि हाड़ा और विनोद राजोरिया ने कहा कि क्या यहां का पत्ता कुपोषित है? संग्राहकों को सही रेट मिलना चाहिए, यह समिति तय करें।
लहारपुर इकोलॉजिकल पार्क में आग का मुद्दा भी उठा
अध्यक्ष मेहर, जिपं उपाध्यक्ष जाट समेत सदस्यों ने भोपाल के लहारपुर इकोलॉजिकल पार्क में 20 दिन के अंदर 2 बार भीषण आग लगने का मुद्दा भी उठाया। कहा कि आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए वन विभाग पहल करें। ताकि, आगे से ऐसा नहीं हो। चंदनपुरा पार्क में जाकर भी निरीक्षण करेंगे।