ट्यूशन सेंटर के वॉशरूम में लड़कियों की वीडियो रिकॉर्डिंग
कोटा के एक ट्यूशन सेंटर के वॉशरूम में सफाई कर्मचारी ने मोबाइल कैमरा लगा दिया। एक छात्रा वॉशरूम में गई तो उसकी नजर वहां छुपाए गए फोन पर पड़ी। इसके बाद उसने सेंटर के संचालक को बताया और पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने फोन को अपने कब्जे में ले लिया। जांच करने पर उसमें 3 वीडियो मिले। आईटी एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। घटना कैथूनीपोल थाना इलाके की है।
21 साल के सफाई कर्मी को पकड़ा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया- शहर के एक ट्यूशन सेंटर में 50-60 बच्चे पढ़ने आते हैं। यहां वॉशरूम (शौचालय) में मोबाइल लगाकर लड़कियों के वीडियो रिकॉर्ड किए जाने की सूचना मिली थी। डीएसपी राजेश टेलर और एसएचओ अनिल कुमार मौके पर गए। उन्होंने वॉशरूम में मिले फोन को जब्त कर लिया।
ट्यूशन सेंटर में सफाई का काम करने वाले विकास पंवार (21) को गिरफ्तार किया गया है। पीड़िता की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है।
पुलिस को मिले 3 अश्लील वीडियो पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया आरोपी पिछले 3-4 दिनों से लगातार लड़कियों के वॉशरूम में मोबाइल लगाकर वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहा था। मंगलवार देर शाम को एक छात्रा ने वॉशरूम में छुपाए गए मोबाइल को देख लिया। तब जाकर मामले का खुलासा हुआ। सूचना पर पुलिस ने मौके पर जाकर मोबाइल को जब्त किया और उसकी जांच की तो उसमें वीडियो नजर नहीं आया। इसके बाद थाने में लाकर एक्सपर्ट से मोबाइल की जांच करवाई तो उसमें 3 वीडियो मिले।
7 साल से कर रहा था काम डीएसपी राजेश टेलर ने बताया- सफाई कर्मी विकास पिछले 6-7 साल से ट्यूशन सेंटर पर काम कर रहा था। उसने बाथरूम में दरार नुमा जगह पर मोबाइल छुपा रखा था। जहां एकदम से किसी की नजर नहीं पड़े। छात्रा ने गौर से देखा तो उसे मोबाइल नजर आया और मामले का खुलासा हुआ। मोबाइल से 3 वीडियो रिकवर हुए हैं, जो सफाईकर्मी ने अलग-अलग टाइमिंग पर रिकॉर्ड किए हैं। मोबाइल को FSL जांच के लिए भेजा जाएगा। ये पता लगाया जाएगा कि सफाईकर्मी ने वीडियो किसी और को भेजा है या नहीं।
पुलिस ने कहा- अनजान जगह पर सतर्कता रखें
डीएसपी राजेश टेलर ने कहा- जब भी अनजान जगह पर जाएं तो सतर्कता जरूर रखें। खासकर वॉशरूम और चेंजिंग रूम में। ऐसे मामलों में मक्खी जितने छोटे डिवाइस से लेकर मोबाइल जैसे डिवाइस यूज हो रहे हैं। जगह और स्पेस के हिसाब से डिजाइन और दीवार में गड्ढा बनाकर इनको सेट किया जा रहा है। कईं ऐसी ऐप हैं जो हिडन कैमरा या मोबाइल कैमरे को डिटेक्ट कर सकती है। उनके जरिए यह पता लगाएं कि कहीं आपकी रिकॉर्डिंग तो नहीं हो रही।