टीचर ने पीटा तो छात्र ने जहर खाया, मौत:डॉक्टर बोले- फेयर वर्क नहीं करने पर स्कूल में मार पड़ने की बात कही थी
शिवपुरी में 8वीं के छात्र ने जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी कर ली। दम तोड़ने से पहले उसने डॉक्टर को बताया कि फेयर वर्क न करने की वजह से स्कूल में मार पड़ी थी।
14 वर्षीय छात्र राहुल पाल लुधावली का रहने वाला था। प्राइवेट स्कूल में पढ़ता था। पिता प्रकाश पाल ट्रक ड्राइवर हैं। मां रचना ने कहा, ‘सोमवार को राहुल घर के एक कमरे में अकेला बैठकर होमवर्क कर रहा था। इसी बीच रात 10 बजे उसकी तबीयत बिगड़ने लगी।
जिला अस्पताल लेकर गए तो डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। रात 11 बजे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, ढाई बजे उसकी तबीयत बिगड़नी शुरू हो गई। मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे उसने दम तोड़ दिया।’
मां बोली-पता नहीं, क्या और क्यों खाया
राहुल का इलाज करने वाले डॉक्टर ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, ‘छात्र ने बताया था कि फेयर वर्क नहीं करके गया तो स्कूल में उसे किसी टीचर ने मारा था।’
हालांकि, राहुल की मां रचना ने कहा कि उन्हें नहीं पता, बेटे ने किन कारणों के चलते कौन सा जहरीला पदार्थ खा लिया। मामले में देहात थाना प्रभारी रत्नेश यादव ने कहा, ‘छात्र की मौत जहरीले पदार्थ से होना बताया गया है। मर्ग कायम कर शव का पोस्टमॉर्टम कराया है। मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।’
दो साल नवोदय विद्यालय में पढ़ चुका राहुल के पिता प्रकाश पाल कुछ दिनों से बाहर हैं। पांच साल का छोटा भाई है। कक्षा 6वीं में नवोदय विद्यालय की परीक्षा पास करने पर उसे दाखिला मिल गया था। 6वीं और 7वीं की पढ़ाई राहुल ने नवोदय विद्यालय में ही की थी। इसी साल उसने शहर के उस प्राइवेट स्कूल में दाखिला लिया, जिसमें उसने पांचवीं क्लास तक पढ़ाई की थी।
स्कूल डायरेक्टर बोला-मारपीट की जानकारी नहीं मामले में वैष्णवी स्कूल के डायरेक्टर राजेश कुशवाह ने कहा कि राहुल पढ़ने में ठीक था। क्लास में टीचर द्वारा सभी बच्चों के साथ इस छात्र से भी फेयर वर्क करने की बात कही गई थी। मारपीट के बारे में मुझे जानकारी नहीं है।