विधायक ने की असदुद्दीन ओवैसी के बयान की निंदा
- विदिशा विधायक मुकेश टंडन सांसद ओवैसी के बयान पर दी प्रतिक्रिया
- मंदिर को मस्जिद बताए जाने पर जताई नाराजगी
- कलेक्टर के स्थानांतरण को बताया रूटीन की प्रक्रिया
- विधायक ने कहा कि विदिशा का मुस्लिम वर्ग विजय मंदिर को मंदिर ही मानता है
- सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए ओवैसी द्वारा इस प्रकार के बयान हमेशा दिए जाते हैं
- विधायक ने ओवैसी को विदिशा आने और उसका खर्चा विधायक द्वारा उठाए जाने की कहानी बात
- मस्जिद शब्द को हटाने की लिए कोर्ट जाने की विधायक में कहीं बात
विजय मंदिर मामले को लेकर असदुद्दीन ओवैसी के दिए गए बयान पर विदिशा विधायक मुकेश टंडन ने पलटवार किया है। ओवैसी और उनके पूर्वजों को सनातन धर्म का हिस्सा बताते हुए मुकेश टंडन ने उन्हें विदिशा आकर विजय मंदिर को देखने के बात कही है , इस दौरान उनके आने का खर्च विधायक खुद उठाएंगे।
असदुद्दीन ओवैसी की सोशल मीडिया पर पोस्ट आने के बाद विधायक मुकेश टंडन ने उनको जवाब देते हुए कहा कि विदिशा कलेक्टर के ट्रांसफर को प्रदेश सरकार की एक रूटीन प्रक्रिया बताते हुए उन्होंने कहा कि एक कलेक्टर का नही प्रदेश के करीब 19 आईएएस, आईपीएस के तबादले हुए हैं। इसमें किसी तरह की कार्रवाई नहीं है।
विजय मंदिर मामले को लेकर विदिशा विधायक ने कोर्ट तक जाने की बात कही है l विधायक मुकेश टंडन ने कहा कि ओवैसी सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए विवादित बयान देते रहते हैं। उन्होंने कहा कि विदिशा का मुस्लिम समाज विजय मंदिर को मंदिर ही मानता है।
असदुद्दीन ओवैसी की पांच पीढ़ियां पहले की जानकारी देखेंगे तो वह हिंदू निकलेंगे। असदुद्दीन ओवैसी को विजय मंडल के बारे में जानकारी नहीं है। ओवैसी विवाद को बढ़ा रहे हैं और हमेशा उनके इसी तरह के विवादित बयान के लिए वह जाने जाते हैं।
ओवैसी ने विदिशा कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य के ट्रांसफर को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की है, जिसमें उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में संघ के संगठनों ने कहा कि उन्हें मस्जिद में नमाज़ पढ़ने की परमिशन दी चाहिए।
इस दौरान जिला कलेक्टर ने एएसआई गजट में संरचना को मस्जिद बताया और अनुमति देने से इनकार कर दिया। ओवैसी ने कहा कि कलेक्टर का तबादला इसलिए किया गया क्योंकि, उन्होंने कानून का पालन किया। वक्फ संशोधन विधेयक का यही खतरा है।