ट्रेन में अकेले सफर कर रहे 15 वर्षीय नाबालिग को रेलवे सुरक्षा बल ने सुरक्षित संरक्षण प्रदान कर उसकी घर वापसी सुनिश्चित की। बीना से भोपाल के बीच गश्त ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ जवान को ट्रेन क्रमांक 12722 दक्षिण एक्सप्रेस में एक बच्चा संदिग्ध हालात में मिला।
आरपीएफ जवान विजयकांत शर्मा ने जब बालक से पूछताछ की तो उसने अपना नाम फरमान पुत्र नौशाद खान, निवासी छोटी बजरिया, बीना बताया। उसने बताया कि वह बिना बताए नौकरी की तलाश में भोपाल आ रहा था और परिजनों से उसका संपर्क टूट गया था। बालक ने घर वालों का मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराया।
आरपीएफ टीम ने तत्परता दिखाते हुए उसे भोपाल पोस्ट लाकर वरिष्ठ महिला स्टाफ संध्या चौधरी को सौंपा। यहां से मामले की जानकारी बाल कल्याण समिति सदस्य धनीराम पवार को दी गई। समिति के निर्देश पर बालक को ‘नित्य सेवा सोसाइटी’ नामक संस्था के माध्यम से परिजनों को सौंपा गया। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ कटारिया ने रेलवे सुरक्षा बल की मानवीय पहल की सराहना करते हुए कहा कि जवानों की सतर्कता और संवेदनशीलता से अब तक कई मासूमों को मदद मिल चुकी है। रेल प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारियों को भी प्राथमिकता दे रहा है।