एमपी हाउसिंग बोर्ड की चीफ अकाउंट अफसर अल्पना ओझा को गुरुवार को पद से हटा दिया गया। उनके खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत की गई थी। जिसमें बोर्ड को करीब डेढ़ करोड़ रुपए का नुकसान कराने का आरोप लगा था।
वित्त विभाग, मप्र शासन ने गुरुवार को सिंगल ऑर्डर जारी किया। अल्पना को संयुक्त संचालक कार्यालय, कोष एवं लेखा में अटैच किया गया है। उन पर निर्माण कार्यों के बिल लटकाने और कमीशन मांगने के लगातार आरोप लग रहे थे।

लोकायुक्त में की गई थी शिकायत पिछले साल दिसंबर में ओझा की शिकायत लोकायुक्त में की गई थी। एंटी करप्शन आर्गेनाइजेशन के शिवशंकर दास ने यह शिकायत की थी। लोकायुक्त ने हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर और सचिव से इस मामले में पत्र लिखकर जवाब मांगा था।
एक और जांच चल रही हाउसिंग बोर्ड के कार्यपालन यंत्री अनुज प्रताप सिंह ने भी दिसंबर में कुछ निर्माण कार्यों के भुगतान नहीं होने के लिए पत्र लिखा था। इनमें रीवा जिले के रहट में 30 बिस्तर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं देवगांव, नोढिया, शिवराजपुर, बिछरहटा, खटखरी में आवास गृहों एवं आयुष आयुर्वेदिक औषधालय के निर्माण संबंधित भुगतान था।