पंडालों में विराजे मंगलमूर्ति, गूंजे गणपति बप्पा के जयकारे
गणेश चतुर्थी पर शनिवार को राजधानी में भी गणपति बप्पा की धूम देखने को मिली। शुभ मुहूर्त में शहरवासी घरों और मोहल्लों के पंडालों में विराजित करने गणपति प्रतिमा ढोल-नगाड़ों से ले जाते नजर आए। गणेश मंदिरों जहां एक तरफ में सुबह से दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की कतार नजर आई।
वहीं, देर रात तक पंडालों में गणपति बप्पा को लोग धूमधाम और गणपति बप्पा के जयकारों के साथ लेकर आए। भगवान का पूजन-अर्चन कर उन्हें मोदक लड्डूओं का भोग लगाया गया। आरती की गई। इसी के साथ दस दिवसीय गणेशोत्सव की शुरुआत हुई। पंडालों में 20 फीट तक ऊंची प्रतिमाएं विराजित की गईं।
प्रतिमा में अयोध्या की झलक अयोध्या में श्री राम की प्रतिमा के आसन रूप में भी गणेश जी की मूर्ति बनाई गई है, जो पहली बार हुआ हैं। ये ही नहीं घरों में उनके स्थापना के लिए बनाई गई झांकियों में भी राम मंदिर की छवि में दिखाई दी। वहीं, न्यू मार्केट, चौक, जुमेराती, करोंद, 10 नंबर व कोलार को बाजार में सजी दुकानों पर गणपति बप्पा की मूर्तियों को खरीदने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु नजर आए। शहर में कुल छोटे बड़े करीब 3 हजार से अधिक पंडाल लगाए गए हैं। इन झांकी पंडालों में गणपति बप्पा कई रूप में दिखा रहे हैं।
करौंद के राजा के सामने हुआ लेजर लाइट शो और डीजे की प्रस्तुति।
पर्यावरण संरक्षण पर जोर कोलार में लालबाग के राजा श्री उत्सव समिति की ओर से कोलार में वृंदावन के प्रेम मंदिर की झांकी बनाकर गणेशजी की स्थापना की गई है। झांकी स्थल में पर्यावरण संरक्षण का विशेष ख्याल रखा जाएगा। समिति के अध्यक्ष प्रमोद शर्मा ने बताया झांकी स्थल के आसपास के क्षेत्रों में 101 पौधे लगाए जाएंगे। प्लास्टिक की जगह प्रसाद कागज के पैकेट और कपड़े के थैले में देंगे। इसके लिए 11 लोगों की टीम बनाई है। इसके अलावा, इतवारा स्थित शिव मंदिर ट्रांसपोर्ट एरिया में 8 फीट ऊंची प्रतिमा विराजित की गई।
सनातन धर्म हिंदू उत्सव समिति, कोलार रोड
करोंद के राजा का हुआ ग्रैंड वेलकम करौंद के राजा गणेश उत्सव समिति 20 वर्ष से गणेश उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार रात करोंद के राजा का आगमन फिर न्यू थीम पर किया गया। भव्य आतिशबाजी के साथ लाइट लेजर शो देखने को मिला। इसी के साथ मध्यप्रदेश के जाने-माने डीजे मां लक्ष्मी डीजे और स्वरमाला डीजे ने प्रस्तुति दी। कार्यक्रम को देखने हजारों लोग पहुंचे। बता दें कि यहां 20 फीट की प्रतिमा लाई गई है।