Indore Crime News: जालसाजों के खाते में 1.65 करोड़ मिलें, ठगी के लिए गुजरात से खरीदी सिम
फर्जी एडवाइजरी फर्म एल्गो ट्रेड के संचालक शुभम प्रजापति मुर्जता उर्फ रेहान और एचआर श्रव्या से विजय नगर थाना पुलिस पूछताछ कर रही है। आरोपितों के एक खाते में एक करोड़ 65 लाख का लेनदेन मिला है। ठगी के लिए गुजरात से सिम कार्ड खरीदना कबूल रहे है। पुलिस ने तीनों का दो मार्च तक रिमांड मांग लिया है। चार पीड़ित थाने पहुंच चुके हैं। आरोपितों ने यह भी बताया कि ठगी के लिए सिम कार्ड गुजरात से खरीदे गए थे।
जोन-2 के उपायुक्त संपत उपाध्याय के मुताबिक आरोपित सुनियोजित ढंग से पूरे देशभर के निवेशकों से ठगी कर रहे थे। शुभम पहले किसी अन्य फर्जी फर्म पर ठगी के गुर सिख कर आया है, इसलिए उसने ठगी का नया तरिका इजाद किया था। कंपनी (एल्गो ट्रेड) में काम करने वाले एक कर्मचारी से उसने एप बनवाया और प्ले स्टोर के माध्यम से लोगों को जाल में फंसाने लगा। वह वाकायदा एक स्टाक एक्सचेंज की तरह शेयर बाजार का उचार चढ़ाव दर्शाता था। उसके माध्यम से निवेश करने वालों को मुनाफा होना देख लोग जल्दी झांसे में आ जाते थे।
शुक्रवार को पुलिस ने उसके खातों की जानकारी जुटाई तो एक खाते में एक करोड़ 65 लाख रुपये का लेनदेन मिल गया। शुभम ने बताया वह ठेके पर खाते लेता था। एक – दो करोड़ों रुपये के ट्रांजेक्शन के बाद खाता बंद कर देता था। जिस खाते में राशि जमा करवाई उसे 60 हजार रुपये में लिया था। एडिशनल डीसीपी जोन-2 राजेश व्यास के मुताबिक शुभम पार्टनर कुलदीप और भरत प्रजापति के साथ ठगी करता था।
आरोपितों ने उन लोगों को ही टारगेट किया जिनके पूर्व में ही डीमेट अकाउंट खुले हुए है। यानि शेयर बाजार में निवेश करने वालों का डेटा खरीदकर कंपनी में काम करने वाली लड़कियों से कॉल करवाता था। पुलिस आरोपितों से डेटा बेचने वालों के संबंध में पूछताछ कर रही है। जब्त कम्प्यूटर,लेपटॉप के डेटा की जांच चल रही है।
फरार आरोपितों से सांठगांठ-डीसीपी ने मांगी सूची
डीसीपी को यह भी जानकारी मिली कि विजय नगर थाना पुलिस पिछले पांच साल से फर्जी एडवाइजरी फर्म पर कार्रवाई कर रही है लेकिन कई कंपनियों के सरगना फरार है। पुलिस कर्मचारी, मैनेजर और खाता धारकों को गिरफ्तार कर खानापूर्ति कर रही थी। डीसीपी ने सभी फरार आरोपितों की सूची मांगी है।