आरपीएफ इंस्पेक्टरों ने चेंबर में लगाए CCTV कैमरे घुमाए, निगरानी पर उठे सवाल
रेलवे बोर्ड द्वारा आरपीएफ इंस्पेक्टरों के चेंबर में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश के बाद सभी जोनों के थानों में कैमरे लगाए गए थे। इन कैमरों का उद्देश्य पारदर्शिता और निगरानी सुनिश्चित करना था। हालांकि, अब कई थानों में कैमरों की दिशा बदल दिए जाने की खबरें सामने आई हैं।
जानकारी के मुताबिक, कुछ थानों में इंस्पेक्टरों ने कैमरों को दीवार की ओर घुमा दिया है, जिससे निगरानी की प्रक्रिया बाधित हो गई है। एक चौकी प्रभारी ने तो अपने चेंबर का स्थान ही बदल लिया है। यह घटनाएं रेलवे बोर्ड के निर्देशों की अवहेलना को उजागर करती हैं।
सूत्रों के अनुसार, उच्च अधिकारियों द्वारा समय-समय पर थानों का निरीक्षण किया जाता है, लेकिन किसी ने यह जांचने की जहमत नहीं उठाई कि चेंबर के कैमरे सही स्थिति में हैं या नहीं। ऐसे में सवाल उठता है कि जब पूरे आरपीएफ पोस्ट की निगरानी सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से हो रही है, तो चेंबर में कैमरों की दिशा बदलने की क्या आवश्यकता पड़ी?
पारदर्शिता पर सवाल
यह घटनाक्रम न केवल रेलवे बोर्ड के निर्देशों की अनदेखी को दर्शाता है, बल्कि आरपीएफ की पारदर्शिता और जवाबदेही पर भी सवाल खड़ा करता है। कैमरों की निगरानी को लेकर अधिकारियों की उदासीनता चिंताजनक है। अब यह देखना होगा कि रेलवे बोर्ड इस मामले में क्या कदम उठाता है और जवाबदेही तय करता है।