क्राइम ब्रांच की एसआईटी टीम ने फर्जी ऋण पुस्तिका से जमानत कराने वाले आरोपी 55 वर्षीय सुभाष पाल को शनिवार शाम को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है। वह तीन साल से फरार था। इस मामले में 38 आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है। उन पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज है।
एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने बताया कि फर्जी ऋण पुस्तिका से जमानत कराने के मामले में क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने कालिंदी गोल्ड अरविंदो के सामने बाणगंगा इंदौर के रहने वाले आरोपी सुभाष पाल को गिरफ्तार है। टीम उससे पूछताछ कर रही है। यह कार्यवाही पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह के निर्देश पर की गई है। उन्होंने लोगों के साथ धोखाधड़ी संबंधी अपराधों को लेकर पिछले दिनों इंदौर कमिश्नरेट में निर्देशित किया था।
एसआईटी को दिए थे कार्रवाई के निर्देश
फरार आरोपियों की धरपकड़ और ऐसे अपराधों में लिप्त आरोपियों पर कार्रवाई के लिए एसआईटी टीम को निर्देश दिए थे। जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने गिरोह बना रखा था, जो फर्जी ऋण पुस्तिका के माध्यम से आरोपियों की जमानत कराता था। पहले पकड़े गए आरोपियों ने स्वीकार किया है कि 10 साल में कई आरोपियों को फर्जी जमानतदार उपलब्ध कराए और खुद जमानतदार बनकर कई गंभीर अपराधों में जमानत ली है।