Ukraine Crisis: हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से 240 भारतीय छात्रों को लेकर छठी उड़ान पहुंची दिल्ली
Ukraine Crisis: यूक्रेन से भारतीय छात्रों को लाने के प्रयासों में और तेजी आ गई है। यूक्रेन में फंसे 240 भारतीय नागरिकों को लेकर हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से छठी उड़ान दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरी। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने हवाई अड्डे पर भारतीय नागरिकों का स्वागत किया। ये छात्र कल सुबह 9:30 बजे मुंबई पहुंचेंगे। विदेश मंत्रालय का कहना है कि हमारे पास मोल्दोवा के माध्यम से एक नया मार्ग है, यह अब चालू है, हमारी टीम आपकी सहायता करेगी। वे रोमानिया के रास्ते भारतीयों को निकालने में मदद करेंगे। केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया और मोल्दोवा जाएंगे, किरेन रिजिजू स्लोवाकिया जाएंगे। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस भारत लाने और पोलैंड जाने से पहले केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा है कि मैं पोलैंड जा रहा हूं। हम समन्वय के साथ लोगों को निकालने की चेष्टा करेंगे।
यूक्रेन से दिल्ली पहुंचे छात्रों ने कहा कि व्यवस्था एकदम सही थी। हमारे परिवार चिंतित थे, हमें सुरक्षित निकालने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद। स्थिति बहुत गंभीर है। कई छात्र अभी भी युद्ध क्षेत्र में फंसे हुए हैं। प्रधानमंत्री ने संदेश दिया हैं कि लोगों को सुरक्षित निकालकर उन्हें उनके घर तक पहुंचाना है। हरदीप सिंह पुरी हंगरी जाएंगे और जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह पोलैंड में यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने का प्रबंधन करेंगे।
सरकार यूक्रेन से निकाले जा रहे भारतीयों के लिए यात्रा दिशा-निर्देशों में संशोधन करती है। भारत में पोलैंड के राजदूत ने कहा है कि भारतीय छात्रों के लिए विशेष उड़ानें होंगी। पोलैंड सहयोग कर रहा है और निकासी प्रक्रिया में भारत के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल की भी मदद करेगा। भारतीय नागरिक बिना किसी वीजा के पोलैंड सीमा पार कर सकते हैं।