25 हजार सुतली बम, 60 किलो बारूद जब्त
बैतूल में पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने एक पटाखा फैक्ट्री में छापा मारा। टीम को यहां 25 हजार से ज्यादा सुतली बम और 60 किलो बारूद मिला है। पुलिस ने फैक्ट्री में 5 गोदामों को सील कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने कार्रवाई रविवार देर रात साईखेड़ा थाना क्षेत्र में की। सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका खुलासा किया। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने उज्जैन से एक्सपर्ट बुलवाए थे। मथुरा से बारूद लाकर बम बनाए जा रहे थे। इसे राजस्थान और गुजरात में सप्लाई किया जा रहा था।
दो साल से चल रही थी फैक्ट्री एसपी निश्चल झारिया ने सभी थाना प्रभारियों को जिले में विस्फोटकों की जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए थे। जिसके बाद ये मामला सामने आया। साईखेड़ा थाना इलाके के रेडवा गांव में यह पटाखा फैक्ट्री दो साल से चल रही थी। यहां 5 गोदामों में पटाखा बनाने का काम चल रहा था। जांच में सामने आया है की यहां स्वीकृत लाइसेंस से ज्यादा बारूद मिला है। जिसमें 25 हजार सुतली बम और 60 किलो बारूद शामिल है। इन सबकी कीमत 4 लाख बताई जा रही है।
जिसके नाम पर लाइसेंस वह नीमच में करता है जॉब पुलिस ने इस मामले में राजेश दरवई को गिरफ्तार किया है। फैक्ट्री का लाइसेंस अनिल दरवई के नाम पह है। वह नीमच में इथेनॉल फैक्ट्री में जॉब करता है। पुलिस की एक टीम उसे गिरफ्तार करने नीमच गई है।
हरियाणा और मथुरा से आता था बारूद पुलिस के मुताबिक यहां पटाखा बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले बारूद का निर्माण जिस सामग्री से किया जा रहा था वह मथुरा और हरियाणा से लाया जाता था। जिसमें पोटेशियम नाइट्रेट,गंधक और एल्यूमीनियम पावडर शामिल है। बनने वाले पटाखों को गुजरात और राजस्थान में सप्लाई किया जाता था। लेकिन मौके से पुलिस को कोई स्टॉक या सप्लाई रजिस्टर नहीं मिला है। जिससे तस्दीक हो सके कि यहां से कब कितना पटाखा बाजार भेजा गया है।
उज्जैन के एक्स्पर्ट और मजदूर बनाते थे पटाखा पुलिस ने बताया की आरोपी ने यहां पटाखे बनाने के लिए उज्जैन के विशेषज्ञ बुलवाए हुए थे, जो उज्जैन जिले के ही मजदूरों के साथ पटाखा बनाते थे। छापे के दौरान यहां एक नाबालिग बालक और बालिका भी काम करते पाए गए हैं। यहां बिहार से भी मजदूरों को पटाखा बनाने के लिए लाया गया था। इन्हें फैक्ट्री परिसर के आसपास ही रहने के लिए जगह उपलब्ध करवाई गई थी।
गंज थाना प्रभारी को मिला था इनपुट बैतूल गंज थाना के टीआई रविकांत डहरिया को इस पटाखा फैक्ट्री में गड़बड़ी का इनपुट मिला था। जिसके बाद उन्होंने आला अधिकारियों को इस मामले की जानकारी दी थी। जिस पर एसपी ने पुलिस एवं राजस्व की संयुक्त टीम को कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
रात को टीम एसडीएम बैतूल राजीव कहार, एसडीओपी बैतूल शालिनी परस्ते, थाना प्रभारी गंज निरीक्षक रविकान्त डेहरिया, थाना प्रभारी सांईखेडा निरीक्षक मुकेश ठाकुर, नायब तहसीलदार बैतूल, पुलिस और राजस्व स्टाफ के साथ गाम रेड़वा पहुंची थी।
निर्धारित लाइसेंस से ज्यादा बारूद मिला सूचना मिली थी कि पटाखा फैक्ट्री में लाइसेंस की शर्तों का उल्लंघन कर पटाखा निर्माण किया जा रहा है। मौके पर स्वीकृत लाइसेंस से ज्यादा बारूद पाया गया। आग बुझाने के उपकरण बंद मिले। परिसर भी असुरक्षित पाया गया। बाल श्रमिकों से पटाखे बनवाए जा रहे थे। बारूद बनाने की सामग्री (पोटेशियम नाइट्रेट, गंधक और एल्यूमीनियम पावडर) भी मिली।