मध्यप्रदेश का निर्यात 60 हजार करोड़ रुपए के पार
दवाई, खाद्यान्न और कॉटन यार्न की दुनियाभर में मांग बढ़ने से मध्यप्रदेश का निर्यात पहली बार 60 हजार करोड़ के अहम स्तर को पार कर सकता है। देश के कुल निर्यात में मप्र की हिस्सेदारी 2.25% है। पिछले एक साल में कोविड-19 की दवाओं की भारी मांग के चलते फार्मा सेक्टर का निर्यात बढ़कर 10 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच जाने की उम्मीद है।पिछले साल प्रदेश से 6550 करोड़ की दवाएं विदेश भेजी गईं थी। 160 देशों में प्रदेश की बनी दवाइयां जाती हैं। वहीं रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद मप्र के खाद्यान्नों की वैश्विक स्तर पर मांग बढ़ी है। वित्तीय वर्ष के अंतिम आंकड़े अप्रैल के पहले सप्ताह तक आएंगे। उसमें हमारे निर्यात में 2 से 3 हजार करोड़ रुपए की और बढ़ोतरी हो सकती है।मंडीदीप इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल कहते हैं, तीन माह से निर्यात की मांग इतनी अधिक थी कि ड्राईपोर्ट में कंटेनर कम पड़ रहे थे। माल भेजने के लिए 10-15 दिन तक का इंतजार करना पड़ा। अब सरकार ने कंटेनर की उपलब्धता बढ़ा दी है।