भोपाल में सिटी के कंडक्टर को छुरी मारी, VIDEO
भोपाल के एमपी नगर इलाके में बोर्ड ऑफिस चौराहे पर खड़ी सिटी बस के कंडक्टर को एक युवक ने छुरी मार दी। इससे वह घायल हो गया। कंडक्टर का कहना है कि युवक अवैध वसूली करने के लिए बस में घुसा था। मना किया तो गाली-गलौच करके छुरी मार दी। इस घटना से बस में बैठी सवारियां दहशत में आ गई। कई तो बस से उतरकर चली गई।
मामला मंगलवार का है। बस में लगे कैमरों में यह घटना कैद हो गई। यह वीडियो बुधवार को सामने आया। मामले में एमपी नगर थाना पुलिस को भी सूचना दी गई। जिसकी जांच की जा रही है।
शबिस्ता जकी बोलीं- यह शर्मनाक है इस मामले में नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने कहा, निगम के बस कंडक्टर-ड्राइवर के साथ यदि ऐसी घटना हो रही है तो यह शर्मनाक है। कोई भी सुरक्षित नहीं है। तमाशा बनाकर रखा है। ऐसी घटनाएं न हो, इसलिए निगम और जिला प्रशासन एक गाइडलाइन बनाए। बसों में महिला-पुरुष सुरक्षाकर्मी तैनात हो। ताकि इस तरह की घटनाएं रुक सकें।
जेब कतरों ने चलती बस में कंडक्टर को पीटा 26 दिन पहले, 14 सितंबर को भी भोपाल में कंडक्टर से मारपीट करने का मामला सामने आ चुका है। चूना भट्टी इलाके में पं. खुशीलाल शर्मा हॉस्पिटल के पास सिटी बस नंबर- एमपी-04 पीए-3692 के कंडक्टर सुरेश वर्मा (41) निवासी कजलीखेड़ा कोलार रोड के साथ बदमाशों ने मारपीट की थी। सुरेश के सिर में गंभीर चोंट आईं। साथी उसे तुरंत हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। पुलिसकर्मी ने एक बदमाश को दबोच लिया था।
फरवरी 2017 में एसआर-5 में यात्री की कर दी थी हत्या फरवरी 2017 में यात्रियों से भरी लो-फ्लोर बस (एसआर-5) में जेबकतरों ने तांडा बैरसिया निवासी कमल सिंह (22) की हत्या कर दी थी। कमल सिंह उस दिन लो-फ्लोर बस एसआर-5 (एमपी-04 पीए 1067) में बैरागढ़ जाने के लिए सवार हुए थे। कोहेफिजा इलाके में तीन जेबकतरों ने उनका जेब काटने का विरोध किया तो चाकू से हमला कर हत्या कर फरार हो गए थे।
एक दिन में सवा लाख यात्री कर रहे सफर भोपाल की सड़कों पर 25 रूट पर करीब 200 सिटी बसें दौड़ रही है। BCLL (भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड) इनका संचालन कर रहा है। सिटी बसों में एक दिन में करीब सवा लाख यात्री सफर करते हैं। किराए के रूप में उन्हें न्यूनतम 7 और अधिकतम 42 रुपए लगते हैं। सभी बसों में जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम और कैमरे होने के दावे किए जाते हैं, लेकिन वारदात के बाद भी जेबकतरों को पुलिस नहीं पकड़ पाती।
सिटी बसों में यह सुविधाएं होने का दावा
- सभी बसों में CCTV लगे हैं।
- GPS सिस्टम से ट्रेकिंग।
- मोबाइल एप के जरिए बसों के आने-जाने की जानकारी।
- कैशलेस सुविधा भी शुरू की गई है। मोबाइल पास व मासिक स्मार्ट कार्ड की सुविधा।
- बसों के अंदर ईटीवीएम मशीन के माध्यम से स्मार्ट टिकटिंग।