भोपाल के कोलार रोड पर बिजली पोल की शिफ्टिंग शुरू
भोपाल के कोलार रोड पर बिजली के पोल की शिफ्टिंग शनिवार से शुरू हो गई। पहले दिन 5 खंभे हटाए गए। इन्हें बिल्डिंग से सटकर लगाया गया था, जबकि दूरी कम से कम सवा मीटर होनी चाहिए थी। हादसे की संभावना के चलते कांग्रेस ने शिकायत की थी।
कोलार सिक्सलेन निर्माण के चलते बिजली कंपनी ने सर्वधर्म, मंदाकिनी चौराहा, नयापुरा समेत कई इलाकों में बिल्डिंग से सटाकर बिजली के पोल लगा दिए थे। कुछ तो बिल्डिंग की दीवार से ही सटे थे। कई जगहों पर बिल्डिंग की गैलरी में ही तार लटक रहे थे। इसे लोगों को डर था कि कहीं कोई आगजनी या अन्य हादसा न हो जाए। आखिरकार शनिवार से शिफ्टिंग शुरू हो गई। यहां से 20 से अधिक पोल हटाए जाने हैं।
सवा मीटर की दूरी पर होने चाहिए पोल कांग्रेस नेता राहुल राठौड़ ने बताया कि नियम अनुसार भारतीय विद्युत अधिनियम यह कहता है कि बिजली के खंभे किसी भी मकान या बिल्डिंग से लगभग सवा मीटर की सुरक्षित दूरी पर लगाए जाने चाहिए, लेकिन कोलार सिक्सलेन पर मुख्य रूप से सर्वधर्म कॉलोनी बी सेक्टर सहित कोलार में अन्य कई कॉलोनियों पर खंभे नियम विरुद्ध लगा दिए गए थे। सर्वधर्म बी सेक्टर में तो कई घरों और बिल्डिंगों से सटाकर पोल लगा दिए गए थे। सीआई चौराहे से दानिश चौराहे फोरलेन निर्माण में जैन मंदिर के पास भी बिना अनुमति के इसी तरह से खंभे लगाए गए।
बड़ा सवाल कि ये लगाए क्यों थे? पोल की शिफ्टिंग होने से कई इलाकों में 5 से 6 घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है। अब बड़ा सवाल यही है कि आखिरकार ये पोल किसकी अनुमति और क्यों लगाए गए थे। बिजली कंपनी के अफसर भी इसका जवाब नहीं दे पा रहे हैं।